साधना के लिये इच्छा होनी चाहिये।
अभक्ष का त्याग, व्यसन का त्याग।
सामान्य तसा सदाचार, श्ष्टिाचार एवं शुभाचार का पालन करने वाला होना चाहिए एवं यहॉ रहते हूए ब्रहमचर्य का पालन करने वाला होना चाहिए।
साधना के लिये इच्छा होनी चाहिये।
अभक्ष का त्याग, व्यसन का त्याग।
सामान्य तसा सदाचार, श्ष्टिाचार एवं शुभाचार का पालन करने वाला होना चाहिए एवं यहॉ रहते हूए ब्रहमचर्य का पालन करने वाला होना चाहिए।