प्र: 1 विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल की मान्यता (Affiliation) किस बोर्ड से रहेगी ?
उत्तर विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल की मान्यता (Affiliation) CBSE बोर्ड से रहेगी।
प्र: 2 विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल में शिक्षा का माध्यम क्या रहेगा ?
उत्तर चूंकि वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में English का प्रचलन है‚ इसलिए शिक्षा का माध्यम English होगा। इसके साथ ही हिंदी एवं संस्कृत भाषा के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
प्र: 3 विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल के प्रथम सत्र में कौन सी कक्षाएं प्रारंभ होगी ?
उत्तर प्रथम सत्र में नर्सरी से लेकर VIII तक कक्षाएं रहेगी‚ जो भविष्य में प्रतिवर्ष एक-एक कक्षा की वृद्धि होते हुए XII कक्षा तक स्कुल रहेगी ।
प्र: 4 क्या विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल बालक – बालिका दोनों के लिए रहेगा ?
उत्तर हाँ‚ दोनों के लिए रहेगा।
प्र: 5 क्या विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल केवल Day scholar students के लिए ही रहेगा?
उत्तर नहीं‚ यह स्कूल Day Boarding और Residential दोनों प्रकार का रहेगा ।
प्र: 6 क्या विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल सिर्फ जैन बच्चों के लिए ही होगा ?
उत्तर जैन संस्कृति विश्व की प्राचीन एवं महानतम संस्कृतियों में से एक है‚ इसमें निहित शिक्षाएँ वर्तमान में भी प्रासंगिक एवं जीवनोपयोगी हैं। इन शिक्षाओं का अनुपालन ही विद्यापीठ का मूल उद्देश्य है। जैन संस्कृति एवं इसमें निहित सिद्धांतों के प्रति सम्मान रखने वाले अभिभावक अपने बच्चों का प्रवेश इस विद्यापीठ में करा सकेंगे। इस प्रकार विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल में प्राथमिकता जैन बच्चों की रहेगी‚ किन्तु अन्य बच्चे जो विचक्षण जैन विद्यापीठ के नियमों का पूर्णरुपेण पालन कर सकेंगे‚ वे भी सम्मान के साथ प्रवेश के पात्र होंगे।
प्र: 7 क्या विचक्षण जैन विद्यापीठ स्कूल में धार्मिक शिक्षा के अंतर्गत किसी संप्रदाय विशेष को ही मुख्यता दी जाएगी ?
उत्तर नहीं । धर्म के 2 रूप है‚ एक आचरणात्मक-धर्म (अहिंसा‚ सत्य‚ अचौर्यादि आचरण से संबंधित) दूसरा‚ उपासनात्मक-धर्म (पूजा‚ सामायिक‚ प्रतिक्रमणादि‚ क्रिया से संबंधित) आचरणात्मक धर्म सभी संप्रदायों में समान है‚ उपासनात्मक धर्म में जो अंतर हैं‚ वहाँ सभी संप्रदायों की भावनाओं एवं क्रियाओं को महत्त्व दिया जायेगा।